Vote Chori के खिलाफ कांग्रेस का देशव्यापी प्रदर्शन: स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर निकाला ‘लोकतंत्र बचाओ

Vote Chori

कांग्रेस का देशव्यापी विरोध प्रदर्शन: “Vote Chori” के आरोपों को लेकर स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर मशाल मार्च

 

नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों में कथित “Vote Chori” और मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है. पार्टी ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या, यानी 14 अगस्त को, देश के सभी जिला मुख्यालयों में “लोकतंत्र बचाओ मशाल मार्च” का आयोजन किया है. यह विरोध प्रदर्शन पार्टी द्वारा आयोजित तीन-चरणीय अभियान का पहला हिस्सा है.

  • क्या हैं “Vote Chori” के आरोप?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि 2024 का जनादेश कांग्रेस से “चुराया” गया था. उनका दावा है कि मतदाता सूचियों में हेरफेर के माध्यम से बड़े पैमाने पर चुनावी धोखाधड़ी हुई है. राहुल गांधी के अनुसार, अकेले बेंगलुरु मध्य लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में ही 1 लाख से अधिक फर्जी मतदाता थे, जिनके पते अमान्य थे या फिर डुप्लीकेट वोटर थे. उन्होंने कहा कि यह कोई एक सीट का मामला नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रीय स्तर पर व्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है. कांग्रेस का दावा है कि इसी तरह की गड़बड़ी 70 से 100 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी हो सकती है, जिससे स्वतंत्र चुनाव प्रक्रिया को खतरा है.

  • विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा

कांग्रेस ने “Vote Chori, गद्दी छोड़ो” के नारे के साथ एक व्यापक अभियान की योजना बनाई है. इस अभियान के तहत तीन चरणों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे:

    1. मशाल मार्च: 14 अगस्त की रात को सभी जिला मुख्यालयों में मशाल मार्च निकाला जाएगा.

    2. राज्य स्तरीय रैलियां: 22 अगस्त से 7 सितंबर के बीच सभी राज्यों की राजधानियों में “वोट चोर, गद्दी छोड़ो” रैलियां आयोजित की जाएंगी.

    3. हस्ताक्षर अभियान: 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक, “वोट का अधिकार बचाने” के लिए एक बड़ा हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा, जिसमें 5 करोड़ लोगों के हस्ताक्षर इकट्ठा करने का लक्ष्य है. ये हस्ताक्षर चुनाव आयोग को सौंपे जाएंगे.

जयपुर में इस अभियान की शुरुआत एक बड़े प्रदर्शन के साथ हुई, जिसका नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने किया. इस प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए, जिन्होंने लोकतंत्र की रक्षा के लिए इस लड़ाई को जारी रखने का संकल्प लिया.

  • पार्टी का मुख्य उद्देश्य

इस अभियान का मुख्य उद्देश्य चुनाव आयोग से मतदाता सूचियों में पारदर्शिता की मांग करना है. कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव आयोग और भाजपा सरकार की मिलीभगत से यह “Vote Chori” संभव हुई है. पार्टी ने आम जनता से समर्थन मांगने के लिए एक वेब पोर्टल (votechori.in) भी लॉन्च किया है, जहां लोग पंजीकरण कर सकते हैं और चुनाव आयोग से जवाबदेही की मांग कर सकते हैं. पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस मुद्दे को “करो या मरो” का मुद्दा बताया है और कहा है कि कांग्रेस लोगों के वोट के अधिकार की रक्षा के लिए हरसंभव लड़ाई लड़ेगी.

 

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