ऐतिहासिक बढ़त! अहमदाबाद को मिला गोल्डन मौका, भारत की 2030 Commonwealth Games बोली को हरी झंडी

Commonwealth Games

भारत की केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2030 Commonwealth Games की मेजबानी के लिए औपचारिक बोली प्रस्तुत करने को मंजूरी दे दी है, जिसमें प्रस्तावित मेज़बान शहर के रूप में अहमदाबाद का नाम रखा गया है; यदि बोली स्वीकृत होती है तो प्रमुख समझौतों, सरकारी गारंटियों और सशर्त वित्तीय सहायता को भी अधिकृत किया गया है। यह कदम बहु-खेल आयोजनों की व्यापक रणनीति और 2036 ओलंपिक की मेजबानी के लिए भारत की दीर्घकालिक आकांक्षा के अनुरूप है।

  • क्या निर्णय हुआ

    • केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2030  Commonwealth Games के लिए भारत की बोली लगाने को मंज़ूरी दी और मेज़बान शहर के रूप में अहमदाबाद का प्रस्ताव रखा।

    • कैबिनेट ने Host Collaboration Agreement (HCA) पर हस्ताक्षर, संबंधित मंत्रालयों/विभागों की आवश्यक गारंटी और गुजरात सरकार को अनुदान-आधारित सहायता (बोली स्वीकृत होने पर) को भी मंज़ूरी दी।

  • अहमदाबाद क्यों

    • सरकार के अनुसार अहमदाबाद “वर्ल्ड-क्लास स्टेडियम्स”, “कटिंग-एज ट्रेनिंग फैसिलिटीज” और सशक्त खेल संस्कृति के कारण आदर्श मेज़बान शहर है; नरेंद्र मोदी स्टेडियम पहले ही 2023 क्रिकेट विश्व कप फाइनल सफलतापूर्वक होस्ट कर चुका है।

    • शहर की परिवहन/लॉजिस्टिक्स क्षमता और बड़े आयोजनों का अनुभव इसे बहु-खेल आयोजन के लिए उपयुक्त बनाता है।

  • क्या होगा प्रभाव

    • 72 देशों/क्षेत्रों के एथलीट, कोच, तकनीकी अधिकारी, पर्यटक और मीडिया भारत आएंगे, जिससे स्थानीय कारोबार, पर्यटन और राजस्व को बढ़ावा मिलेगा।

    • बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन: स्पोर्ट्स साइंस, इवेंट ऑपरेशंस, लॉजिस्टिक्स, ब्रॉडकास्ट/मीडिया, आईटी-पीआर और हॉस्पिटैलिटी जैसे क्षेत्रों में अवसर बढ़ेंगे।

  • रणनीतिक संदर्भ

    • भारत 2010 के बाद पहली बार Commonwealth Games मेज़बानी की दौड़ में है; 2030 की बोली को 2036 ओलंपिक (अहमदाबाद) महत्वाकांक्षा के साथ जोड़कर देखा जा रहा है।

    • पिछली बार 2010 दिल्ली Commonwealth Games पर कुप्रबंधन के आरोपों की छाया रही थी; 2030 को सफल, कुशल आयोजन की नई कथा गढ़ने के मौके के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है।

  • बोली प्रक्रिया और टाइमलाइन

    • भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने विशेष महासभा में बोली प्रक्रिया को मंज़ूरी देने के बाद औपचारिक प्रस्ताव आगे बढ़ाया; 31 अगस्त बोली जमा करने की अंतिम तिथि बताई गई है।

    • 2030 मेज़बान का निर्णय कॉमनवेल्थ स्पोर्ट जनरल असेंबली द्वारा नवंबर के अंतिम सप्ताह में ग्लास्गो में अपेक्षित है।

  • प्रतिस्पर्धा की स्थिति

    • ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया द्वारा 2026 मेज़बानी से लागत के कारण हटने के बाद Commonwealth Games को मेज़बान ढूंढने में चुनौतियाँ आईं; 2026 अब ग्लास्गो में संक्षिप्त स्वरूप में होगा।

    • 2030 के लिए नाइजीरिया सहित कुछ देशों की रुचि बताई गई है; कनाडा के पीछे हटने से भारत की संभावनाएं बेहतर बताई जा रही हैं।

  • सरकार का आधिकारिक संदेश

    • आधिकारिक प्रेस सूचना ब्यूरो (PIB) के अनुसार, मेज़बानी से राष्ट्रीय गर्व, एकजुटता और युवाओं में खेल करियर के प्रति प्रेरणा को बढ़ावा मिलेगा, साथ ही दीर्घकालिक पर्यटन और कौशल विकास को बल मिलेगा।

    • सरकार ने यह भी स्पष्ट किया कि बोली स्वीकृत होने पर गुजरात सरकार को आवश्यक अनुदान दिया जाएगा और सभी आवश्यक गारंटियाँ उपलब्ध कराई जाएँगी।

  • आगे क्या

    • बोली जमा करने के बाद, भारत को HCA, वेन्यू मास्टरप्लान, वित्तीय/ऑपरेशनल गारंटीज़ और स्पोर्ट्स प्रोग्राम पर कॉमनवेल्थ स्पोर्ट के साथ अंतिम शर्तें तय करनी होंगी।

    • सफल बोली की स्थिति में कार्यबल प्रशिक्षण, टेस्ट इवेंट्स, ट्रैफिक-ट्रांजिट ऑपरेशंस और सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ चरणबद्ध तैयारी शुरू होगी।

 

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