UK नियमों पर Apple की सशक्त चेतावनी, उपयोगकर्ता सुरक्षा को मिला पॉजिटिव फोकस

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Apple ने चेतावनी दी है कि UK की मोबाइल OS प्रतिस्पर्धा सुधारने की योजनाएँ अनिवार्य इंटरऑपरेबिलिटी और IP‑शेयरिंग जैसे उपायों के चलते उपयोगकर्ताओं और डेवलपर्स के लिए हानिकारक हो सकती हैं; कंपनी का कहना है कि इससे गोपनीयता‑सुरक्षा कमजोर होगी, नवाचार सीमित होगा और उनकी तकनीक प्रतिद्वंद्वियों को मुफ्त में देनी पड़ सकती है.

  • क्या हुआ

    • UK की Competition and Markets Authority (CMA) Apple और Google को “Strategic Market Status” देने पर विचार कर रही है, जिससे इंटरऑपरेबिलिटी, ऐप‑स्टोर “स्टियरिंग” और उपभोक्ता‑चयन पर नए नियम लागू हो सकते हैं.

    • Apple का कहना है कि यह “EU‑style” ढाँचा उपयोगकर्ताओं/डेवलपर्स के लिए खराब है, सुरक्षा और गोपनीयता मानकों को कमजोर करता है और तकनीक को विदेशी प्रतिस्पर्धियों के साथ मुफ्त बाँटने जैसा परिणाम दे सकता है.

  • Apple की प्रमुख आपत्तियाँ

    • इंटरऑपरेबिलिटी: तीसरे पक्ष को iOS के प्रमुख फंक्शन तक पहुँच देने की व्यापक माँग निवेश/सुरक्षा पर अनिश्चितता और फीचर‑रोलआउट में देरी ला सकती है; UK‑विशिष्ट बदलावों से वैश्विक सेवाओं में विखंडन का जोखिम बढ़ेगा.

    • एंटी‑स्टियरिंग नियम: डेवलपर्स को ऐप‑स्टोर से बाहर भुगतान की ओर निर्देशित करने देने से ठगी/स्कैम का जोखिम और उपयोगकर्ता सुरक्षा पर असर पड़ सकता है, Apple का तर्क है.

    • IP/डेटा माँग: Apple का कहना है कि EU‑जैसे नियमों में 100+ इंटरऑप अनुरोध संवेदनशील यूज़र‑डेटा/टेक्नोलॉजी तक पहुँच की माँग करते हैं, जिनमें कुछ डेटा Apple के पास भी नहीं होता; यह IP‑शेयरिंग का दबाव बनाता है.

 

  • रेगुलेटर का पक्ष

    • CMA का कहना है कि UK का दृष्टिकोण EU से अलग और अधिक “targeted” है; उद्देश्य है ऐप‑स्टोर पारदर्शिता, सीमित‑क्षेत्र की इंटरऑपरेबिलिटी (जैसे डिजिटल वॉलेट्स/वॉचेज), और उपभोक्ता विकल्प बढ़ाना—बिना गोपनीयता, सुरक्षा या IP को नुकसान पहुँचाए.

    • CMA अक्टूबर 2025 तक अंतिम निर्णय दे सकती है और कहती है कि प्रतिस्पर्धा बढ़ाने से UK डेवलपर्स/उपभोक्ताओं को नवाचार, बचत और बेहतर अनुभव मिलेंगे.

  • क्यों महत्वपूर्ण

    • निर्णय से Apple/Google के UK में फीचर‑रोलआउट, ऐप‑स्टोर नीतियाँ, भुगतान विकल्प, और डिवाइस‑इकोसिस्टम (वॉलेट, वॉच, एक्सेसरीज़) की कम्पैटिबिलिटी प्रभावित हो सकती है.

    • अगर Apple UK में फीचर देरी/सीमित‑रोलआउट अपनाता है, तो उपयोगकर्ता अनुभव और डेवलपर रोडमैप पर प्रत्यक्ष असर पड़ सकता है—जैसा EU के DMA के बाद यूरोप में देखा गया.

  • आगे क्या देखें

    • अक्टूबर 2025 में CMA का SMS/रोडमैप पर अंतिम निर्णय; संभावित नियमों में इंटरऑपरेबिलिटी, स्टियरिंग, ऐप‑रिव्यू पारदर्शिता और उपभोक्ता‑चॉइस से जुड़े व्यवहारिक दायित्व शामिल हो सकते हैं.

    • Apple की औपचारिक प्रतिक्रियाएँ/सबमिशन और संभावित अपील‑रणनीतियाँ; साथ ही UK‑डेवलपर्स और फिनटेक सेक्टर की राय, खासकर वॉलेट/पेमेंट इंटरऑप के संदर्भ में