मज़बूत वापसी की तैयारी: सेंसेक्स–Nifty में सतर्क तेजी, निवेशकों का भरोसा कायम

Nifty

भारतीय शेयर बाज़ार के पिछले सत्र में मासिक डेरिवेटिव्स एक्सपायरी और अमेरिकी टैरिफ जोखिमों के दबाव में गिरावट रही; सेंसेक्स लगभग 0.87% (−706 अंक) और निफ्टी लगभग 0.85% (−211 अंक) फिसला, जबकि सेक्टोरल रोटेशन में उपभोक्ता-सम्बंधित शेयर अपेक्षाकृत स्थिर रहे और आईटी/फाइनेंशियल्स में कमजोरी दिखी.

  • क्या चला बाजार में

    • मासिक एक्सपायरी के दिन डेरिवेटिव पोज़िशन एडजस्टमेंट और उच्च उतार-चढ़ाव के बीच Nifty 200+ अंकों की गिरावट के साथ 24,500.90 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 80,080.57 पर 705.97 अंक गिरकर सत्र के निचले स्तरों के पास बंद हुआ.

    • लगभग सभी सेक्टोरल इंडेक्स दबाव में रहे; केवल Nifty कंज्यूमर ड्यूरेबल्स अपेक्षाकृत मजबूती दिखा सका, जबकि आईटी और रियल्टी प्रमुख नुकसान में रहे; पीएसयू बैंक, एफएमसीजी, फ़ार्मा, मेटल और एनर्जी में भी 0.7–1.0% तक गिरावट दर्ज हुई.

    • मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक भी फिसले; Nifty मिडकैप 100 लगभग 1.3% और स्मॉलकैप 100 लगभग 1.5% टूटे, जो बेंचमार्क से अधिक कमजोरी को दर्शाता है.

  • गिरावट के मुख्य कारण

    • सप्ताह के मध्य अवकाश (गणेश चतुर्थी) के बाद सत्र खुलते ही अमेरिकी आयात पर नए/अतिरिक्त टैरिफ लागू होने की खबरों से धारणा कमजोर हुई; बाजारों ने इसे निर्यात-निर्भर सेक्टरों के लिए नकारात्मक माना.

    • अमेरिकी टैरिफ संबंधी अनिश्चितता और मासिक एक्सपायरी की वजह से वोलैटिलिटी बढ़ी; विश्लेषकों के अनुसार अल्पावधि में सकारात्मक ट्रिगर्स की कमी भी दबाव का कारण बनी.

    • एफपीआई बिकवाली और पिछले दो सत्रों में लगभग 2% की संचयी गिरावट ने सेंटीमेंट और कमजोर किया, जबकि निवेशक ताज़ा मैक्रो डाटा/आगे की नीतिगत संकेतों की प्रतीक्षा में रहे.

  • सेक्टर और स्टॉक-एक्शन

    • सेक्टोरल रोटेशन में उपभोक्ता-थीम्ड शेयर अपेक्षाकृत टिके रहे, जबकि आईटी और रियल्टी में तेज़ नरमी दिखी; बैंकिंग, एफएमसीजी, फ़ार्मा में भी दबाव रहा.

    • डेरिवेटिव्स एक्सपायरी के दिन कई बड़े काउंटरों में स्विंग्स दिखे; वोलैटिलिटी इंडिकेटर्स सत्र के दौरान ऊँचे-नीचे होते रहे, जिससे इंट्राडे ट्रेड्स पर प्रभाव पड़ा.

    • एफ&O बैन सूची और ओपन-इंटरेस्ट डायनेमिक्स ने कुछ स्टॉक्स की चाल प्रभावित की; एक्सपायरी-डे में पोज़िशन कट/रोलओवर प्रमुख ट्रिगर रहा. प्रभावित कर सकते हैं

 

  • आज/आगे के संकेत

    • आज की शुरुआत में मिलेजुले/म्यूटेड संकेत; कंज्यूमर शेयरों की मजबूती और व्यापक कमजोरी का संतुलन दिखा, जबकि धारणा पर अमेरिकी टैरिफ का दबाव बना रहा.

    • गिफ्ट Nifty ने शुरुआती सकारात्मक ओपन का संकेत दिया, मगर समग्र रुख सतर्क रहने की संभावना जताई गई; निवेशक मैक्रो डाटा और वैश्विक संकेतों पर नज़र रखे हुए हैं.

    • तकनीकी रूप से विश्लेषक 24,300 के आसपास NIfty के पासवाले सपोर्ट की बात कर रहे हैं, जबकि ऊपर की ओर रेजिस्टेंस ज़ोनों पर नज़र है; मंथ-एंड व एफपीआई फ्लोज़ दिशा तय कर सकते हैं.

  • क्या देखें निवेशक

    • अमेरिकी टैरिफ से सबसे अधिक प्रभावित सेक्टर (आईटी, ऑटो-एंसिलरी, सिलेक्ट इंडस्ट्रियल्स) में आय पर संभावित असर और गाइडेंस अपडेट पर फोकस रखें.

    • एक्सपायरी के बाद डेरिवेटिव्स पोज़िशनिंग, रोलओवर डेटा और एफपीआई/डीआईआई नेट फ्लो पर नज़र रखें; उच्च वोलैटिलिटी में पोज़िशन साइजिंग और स्टॉप-लॉस अनुशासन महत्वपूर्ण रहेगा.

    • निकट-काल में मैक्रो रिलीज़ (जीडीपी/मुद्रास्फीति), वैश्विक इक्विटी रुझान और क्रूड/डॉलर-डायनेमिक्स सेंटीमेंट को प्रभावित कर सकते हैं.